हिमालयन भारती

हिमालयन भारती (वंदे मातरम्)

(अभिमान भारत का)

संस्था के बारे में

हिमालयन भारती: राष्ट्रभक्ति, सेवा और संस्कार का प्रतीक

सशक्त बेटी, स्वस्थ परिवार, संस्कार युक्त, प्रतिभावान विद्यार्थी, संगठित गाँव, सशक्त राष्ट्र, भ्रष्टाचार व नशा मुक्त भारत, विज्ञान युक्त, भारतीय लोक संस्कृति व राष्ट्र भक्ति से ओत प्रोत युवा शक्ति की परिकल्पना को साकार रूप देने हेतु अप्रैल 2022 चैत्र माह की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा विक्रमी सम्वत् 2079 को शिव भूमि बैजनाथ से हिमालयन भारती के उपक्रम वंदे मातरम् की स्थापना हुई, जिसके लिए समय समय पर प्रशिक्षण की व्यवस्था है।

हमारा उद्देश्य(मेरा गांव मेरा गुरुकुल)

हिमालयन भारती का मुख्य उद्देश्य वंदे मातरम् के अधीन मेरा गांव मेरा गुरुकुल गतिविधि के अंतर्गत सभी गांव तथा बस्तियों में गुरुकुल की स्थापना के माध्यम से भारतीय संस्कृति, नैतिकता और सेवा भावना को पुनर्स्थापित करना है। यह मंच युवाओं को राष्ट्रभक्त, समाज सेवा और विज्ञान के समन्वय से जोड़कर उनके सर्वांगीण विकास की दिशा में कार्यरत है। यह संगठन विभिन्न माध्यमों जैसे संस्कार शिविर, आत्म रक्षा तथा संस्कृति और विज्ञान के समन्वय से माध्यम से वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है।

संस्कार शिविर और समाज सेवा

हिमालयन भारती द्वारा आयोजित संस्कार शिविरों के माध्यम से युवाओं को नशा मुक्ति, बाल विवाह उन्मूलन, जातिवाद, मृत्यु भोज जैसी कुरीतियों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया जाता है। इन शिविरों में भारतीय संस्कृति, पारिवारिक मूल्यों, और संगठित समाज के महत्व पर विशेष ध्यान दिया जाता है।

संस्कार शिविरों का मुख्य उद्देश्य युवाओं में सेवा भाव, परोपकार और समाज निर्माण की भावना जागृत करना है। संगठन समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए युवाओं को एक मजबूत मंच प्रदान करता है।

स्वास्थ्य सेवा और रक्तदान शिविर

हिमालयन भारती मानवता की सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। संगठन प्रतिवर्ष नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर और रक्तदान शिविर का आयोजन करता है, जिसमें सैकड़ों लोग भाग लेते हैं। रक्तदान से जरूरतमंद मरीजों की जान बचाने और समाज में स्वास्थ्य जागरूकता फैलाने के लिए यह अभियान बेहद महत्वपूर्ण है।

पर्यावरण संरक्षण अभियान

हिमालयन भारती पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न अभियानों का संचालन करता है। संगठन ने अब तक दस हजार से अधिक वृक्षारोपण किए हैं और हरित क्षेत्र के विकास में योगदान दिया है। हमारा लक्ष्य प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण, जैव विविधता को बनाए रखना, और एक हरित भविष्य की दिशा में कार्य करना है।

धर्मगुरुओं एवं समाज सुधारकों की प्रेरणा

हिमालयन भारती को धर्मगुरुओं, संतों और समाज सुधारकों से प्रेरणा मिलती है। संगठन की गतिविधियाँ भारतीय संत परंपरा, वेदों और महान समाज सुधारकों के विचारों पर आधारित हैं। हमारा प्रयास है कि हम इन शिक्षाओं को समाज में लागू कर, राष्ट्र के नव निर्माण में योगदान दें।

हमारी मुख्य गतिविधियां

  • संस्कार शिविरों का आयोजन
  • रक्तदान और नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर
  • पर्यावरण संरक्षण अभियान और वृक्षारोपण
  • युवाओं के लिए कौशल विकास एवं रोजगार प्रशिक्षण
  • सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ जागरूकता अभियान
  • वैज्ञानिक सोच और नवीन तकनीकों को बढ़ावा देना

हमारी मूल मान्यताएं (Core Values)

  • संस्कार और नैतिकता: युवाओं को भारतीय संस्कृति, मूल्यों और परंपराओं से जोड़ना।
  • समर्पण और सेवा भाव: समाज की सेवा और परोपकार के कार्यों में सक्रिय भागीदारी।
  • राष्ट्रभक्ति और संगठन: समाज में एकता और राष्ट्र प्रेम की भावना को प्रोत्साहित करना।
  • न्याय और समानता: सभी के लिए समान अवसर और न्यायसंगत समाज की स्थापना।
  • पर्यावरण संरक्षण: स्वच्छ और हरित पर्यावरण के लिए सतत प्रयास।

समाज से अपील

हिमालयन भारती समाज के प्रत्येक नागरिक से संस्कार, सेवा और राष्ट्रभक्ति के इस अभियान में जुड़ने की अपील करता है। आइए, हम सब मिलकर एक ऐसा समाज बनाएं जहाँ नैतिकता, सेवा और परोपकार की भावना प्रबल हो, और भारत एक समृद्ध, सशक्त और संगठित राष्ट्र बने।

हिमालयन भारती – राष्ट्रभक्ति, सेवा और संस्कार का प्रतीक।